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स्वस्थ जीवन आरोग्य अंक /आयुर्वेद के साथ

आयुर्वेद दुनिया का प्राचीनतम चिकित्सा प्रणाली है Ιऐसा माना जाता है की बाद मे विकसित हुई अन्य चिकित्सा पद्धतियों मे इसी से प्रेरणा ली गई है Ιकिसी भी बीमारी को जड़ से खत्म करने के खासियत के कारण आज अधिकांश लोग आयुर्वेद के तरफ जा रहे हैΙइस लेख मे हम आयुर्वेद चिकित्सा से जुड़ी हर एक रोग और उसके इलाज के बारे मे बताएंगे Ιआयुर्वेद चिकित्सा के साथ सभी प्रकार के जड़ी -बूटी के बारे मे तथा आयुर्वेद के 8 प्रकारों से हर तरह के रोगों के इलाज के बारे मे बताया गया हैΙ सभी पोस्टों को पढे ओर जानकारी अवश्य ले ताकि आप भी अपना जीवन आरोग्य के साथ healthy बना सके| thanks . 

बीच्छू डंक मार दे तो क्या करे?What to do if a scorpion strings?

1. बिच्छू डंक(scorpion strings)-

बिच्छू डंक (scorpion strings)

लक्षण(Symptoms)-

  1. दंशित स्थान पर तेज दहयुक्त जलन एवं दर्द होती है|यदि 2 से 4 घंटे तक दर्द प्रदाह बढ़ती जाए तो स्तिथि गंभीर संझनी चाहिए और सांप के जहर के समान जल्द-से-जल्द उपचार करानी चाहिए|
  2. जीभ मे सूजन, बेहोशी,ज्वर, काला रक्त निकलता है|
  3. 1-2 दिन मे विष का प्रभाव स्वयं शांत हो जाता है|

उपचार(Treatment)/ प्रथम उपचार -

  1. यदि बिच्छू डंक (scorpion strings)भीतर रह गया हो तो दंशित स्थान को सुहाग(Borax) के घोल से धोए|
  2. लिकर अमोनिया फोर्ट से खूब रगड़ना चाहिए|
  3. टिंचर आयोडिन अथवा अर्ककपुर या कार्बोलिक एसिड मे रुई डुबाकर बार-बार लगाए|
  4. सत्यानासी की जड़ पान मे रखकर खिलाए|
  5. दंशित स्थान पर प्याज के टुकड़े को रगड़े|
  6. राई और कपास का पत्ता पीसकर लेप करे|
  7. पान मे कपूर रखकर खिलाये|
  8. सफेद कनेर की जड़ या अपमार्ग की जड़ पानी मे घिसकर लगाए तथा देशी घी पिलाए|
  9. गोल्ड क्लोराइड सूंघने से भी डंक का असर कम हो जाता है|
  10. तुलसी की पती और काली मिर्च पीसकर लेप करे|

उपयुक्त उपायों मे से कुछ को करने से बिच्छू (बिच्छू डंक)का जहर शीघ्र उतर जाता है|अन्य विषैले कीड़े-मकोड़े, मधुमक्खी, बर्रे, भौरे  आदि के दंश मे भी ये उपाय लाभप्रद है|

बिच्छू डंक मे फिटकरी का उपयोग-

फिटकरी एक प्रभावी घरेलू उपचार है। इसे घिसकर प्रभावित स्थान पर लगाना चाहिए। आप फिटकरी को गर्म करके भी प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। यह जहर को बाहर निकालने में मदद करता है और जलन को कम करता है।

बिच्छू डंक मे नमक के घोल का उपयोग-

बिच्छू के डंक के प्रभाव को कम करने के लिए नमक का घोल भी उपयोगी होता है। प्रभावित स्थान के ऊपर किसी फीते से कसकर बांधें और फिर नमक का घोल बनाकर उसे डंक के विपरीत कान में डालें। इससे जहर जल्दी उतरता है और दर्द में राहत मिलती है।

बिच्छू डंक मे लहसुन और शहद का उपयोग-

लहसुन का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर पीड़ित व्यक्ति को दें। यह उपाय विष के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है। लहसुन की एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण इसे और प्रभावी बनाते हैं।

बिच्छू डंक मे प्याज का रस का उपयोग-

प्याज का रस निकालकर बिच्छू डंक से प्रभावित स्थान पर लगाने से भी राहत मिलती है। प्याज में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करते हैं।

लाल दवा-

लाल दवा का उपयोग भी बिच्छू डंक से राहत पाने के लिए किया जाता है। इसे प्रभावित स्थान पर लगाकर टाटरी के साथ ढक दें। इससे जहर का असर कम होता है।

सावधानियाँ-

-बिच्छू डंक के बाद यदि लक्षण गंभीर हो जाएं, जैसे सांस लेने में कठिनाई, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।

– घरेलू उपायों का उपयोग केवल प्राथमिक उपचार के रूप में करें।

बिच्छू डंक मे अजवाइन का उपयोग-

बिच्छू डंक वाले स्थान पर अजवाइन पीसकर लगाने से बिच्छू का जहर कम होता है आप थोड़ा अजवाइन ले ले।और उसे किसी न किसी की सहायता से पीस लें और बिच्छू के काटे गए स्थान पर उसका लेप लगाएं।

इसके साथ ही आप पीड़ित व्यक्ति को अजवाइन को पीसकर उसका घोल बनाकर पीड़ित व्यक्ति को पिलाएं जिससे बिच्छू का जहर तुरंत खत्म हो जाएगा और पीड़ित व्यक्ति को बिच्छू के दर्द से भी आराम मिलेगा।

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