अमरूद (Guava): स्वास्थ्य रक्षा मे अमरूद का उपयोग-
अमरूद(Guava)- अमरूद या जामफल एक सस्ता और गुणकारी फल है, जो प्रायः सारे भारत मे पाया जाता है|संस्कृत मे इसे […]
अमरूद(Guava)- अमरूद या जामफल एक सस्ता और गुणकारी फल है, जो प्रायः सारे भारत मे पाया जाता है|संस्कृत मे इसे […]
1. केला(Banana)- केला एक सुपरिचित उपयोगी फल है| कच्चा केला मधुर, शितल, ग्राही,भारी , स्त्रीगध,कफ-पित-रक्तविकर, दाह,क्षत, एवं वायु नाशक है|पका
गाजर(carrots)- गाजर को उसके प्राकृतिक रूप से ही अर्थात कच्चा खाने से ज्यादा लाभ होता है|उसके भीतर का पीला भाग
1. मूली(Radish)- मूली(radish)भोजन का एक आवश्यक घटक है|यह जितनी गुणकारी है,उतनी ही जिह्वा को रससिक्त करने मे महत्वपूर्ण है|जड़ से
पुदीना- एक सुगंधित एवं उपयोगी औषधि है|आयुर्वेद के अनुसार यह स्वादिष्ट,रुचिकर,पचने मे हल्का, तीक्ष्ण,तीखा,कड़वा,पचनकर्ता और उलटी मिटाने वाला,हृदय को उतेजीत
सोयाबीन – सोयाबीन एक ऐसा पुष्टिकारक अन्न है, जिसमे प्रोटीन,वसा,श्वेतसार,खनिज,लवण,iron, विटामिन’बी’ आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा मे विधमान रहते है|इसमे
पुनर्नवा(boerhavia diffusa)- पुनर्नवा(boerhavia diffusa), साटी या विषखपरा के नाम से विख्यात यह वनस्पति वर्षा-ऋतु मे बहुतायत से पाई जाती है|शरीर
मेथी(fenugreek)- आहार मे हरी सब्जियो का विशेष महत्व है| आधुनिक विज्ञान के मतानुसार हरे पत्ते वाली सब्जियों मे क्लोरोफिल नामक
बेल(बिल्ब) – बेल प्रायः धार्मिक स्थानों विशेष कर भगवान शंकर के उपासना- स्थलों पर लगाने की भारत मे एक प्राचीन
नीम- नीम एक बहुत उपयोगी वृक्ष है| इसकी जड़ से लेकर फूल-पत्ती और फलतक सभी अवयव औषधीय गुणों से भरे-पूरे