यहा पर अनुभव के आधार पर,30 home remedies शरीर को निरोग रहने हेतु कतिपय घरेलू नुस्खे का उल्लेख किया जा रहा है| इनका उपयोग लाभप्रद है-
30 home remedies in hindi-
30 home remedies.
1. कान-दर्द( Ear pain)-
प्याज पीसकर उसका रस कपड़े से छान ले| फिर उसे गर्म करके चार बुँदे कान मे डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता है|
2. दाँत -दर्द(Toothache)-
हल्दी और सेंधा नमक महीन पीसकर, उसे शुद्ध सरसों के तेल मे मिलाकर सुबह-शाम मंजन करने से दाँत का दर्द ठीक हो जाएगा|
3. दाँतों के सुराख(Tooth Cavities)-
कपूर को महीन पीसकर दाँतों पर उंगली से लगाए और उसे मले| सुराखों को भली प्रकार साफ करे ले| फिर सुराखों के नीचे कपूर को कुछ समय तक दबाकर रखने से दाँत का डेड निश्चित रूप से समाप्त हो जाएगा|
4. बच्चों के पेट के कीड़े(Stomach worms in children)-
छोटे बच्चों के पेट मे कीड़े हो तो सुबह और शाम प्याज का रस गर्म करके एक तोला पिलाने से कीड़े अवश्य मर जाते है|धतूर के पत्तों का रस निकाल कर उसे गर्म करके गुदा पर लगाने से चुन्ने (छोटे कीड़े) से आराम हो जाता है|
5. गिल्टी का दर्द(Guilty pain)-
प्याज पीसकर उसे गर्म कर ले| फिर उसमे गोमूत्र मिलाकर छोटी सी टिकरी बना ले| उसे कपड़े के सहारे गिल्टी पर बांधने से गिल्टी का दर्द एवं गिल्टी समाप्त हो जाता है|
6. पेट के केचुए एवं कीड़े(Stomach worms and insects)-
एक बड़ा चम्मच सें के पत्तों का रस एवं शहद समभाग मिलाकर सुबह, दोपहर और शाम को पीने से केचुए तथा कीड़े 4-5 दिन के अंदर मर कर बाहर निकाल जाते है|
7. छोटे बच्चों का उल्टियाँ(vomating of small children)-
पक्के हुए अनार के फल का रस गुनगुना गर्म करके सुबह, दोपहर और शाम को एक एक चम्मच पलाने से शिशु की उल्टीया अवश्य बंद हो जाती है|
8. आसानी से प्रसव के लिए(easy to delivery)-
हिंग भूनकर चूर्ण बना ले, 4 मासा शुद्ध गाय की घी मे मिलाकर खिलाने से सरलतापूर्वक delivery होने मे help मिलता है|इसके अतिरिक्त एक तोला राई के चूर्ण मे भुनी हुई हिंग का चूर्ण मिलाकर गरम जल के साथ सेवन करने से मूढ़गर्भ( गर्भ मे मर हुआ बच्चा) आसानी से बाहर आ जाता है|
9. कब्ज दूर करने हेतु(Constipation)-
एक बड़े साइज़ का नींबू काटकर रात भर ओस मे पडा रहने दे|फिर सुबह एक ग्लास चीनी के शर्बत मे उस नींबू को निचोड़कर तथा शर्बत मे नाममात्र का काला नमक डाल कर पीने से कब्ज निश्चित रूप से दूर हो जाएगा|
10. आग से जल जानेपर(Burns from fire )-
कच्चे आलू को पीसकर रस निकाल ले, फिर जले हुए स्थान पर उस रस को लगाने से आराम हो जाता है|इसके अतिरिक्त इमली का छाल जलाकर उसका महीन चूर्ण बना ले, उस चूर्ण को गाय के घी मे मिलाकर जले हुए स्थान पर लगाने से आराम हो जाता है|
11. कान की फुंसी( Ear pimple)-
लहसुन को सरसों के तेल मे पकाकर, उस तेल को सुबह, दोपहर और शाम को कान मे 2-2 बूँद डालने से कान के अंदर की फुंसी बह जाती है अथवा बैठ जाती है, दर्द समाप्त हो जाता है|
12. कुकुर खाँसी(Dog Cough)-
फिटकरी को तवे पर भून ले , और उसे महीन पीस ले|उसके बाद 3 रती फिटकरी के चूर्ण मे समभाग चीनी मिलाकर सुबह,दोपहर और शाम को सेवन करने से कुकुर खाँसी ठीक हो जाती है|
13. पेशाब की जलन (Urination burning)-
ताजे करेले को महीन-महीन काट ले |फिर उसे हाथों से अच्छी तरह मल दे |करेले का पानी स्टील या सीसे की पात्र मे ईकठ्ठा करे|वही पानी 50 gm कि खुराक बनाकर 3 बार बार( सुबह,दोपहर और शाम) पीने से पेशाब की कडक या जलन ठीक हो जाती है|
14. फोड़े-
नीम की मुलायम पत्तियों को पीसकर गाय के घी मे उसे पकाकर( कुछ गर्म रूप मे) फोड़े पर हल्के कपड़े के सहारे बांधने से भयंकर एवं पुराने तथा असाध्य फोड़े भी ठीक हो जाता है|
15. सिर दर्द (headache)-
सोंठ को बहुत महीन पीसकर बकरी के शुद्ध दूध मे मिलाकर नाक से बार-बार खिचने से सभी प्रकार के सिर दर्द मे आराम मिलता है|
16. पेशाब मे चीनी(urine sugar )-
जामुन की गुठली सुखाकर महीन पीस ले और उसे महीन कपड़े से छान ले|अठन्नी भर रोज 3 बार (सुबह,दोपहर और शाम) ताजे जल के साथ लेने से पेशाब मे शुगर आणि बंद हो जाती है|इसके अतिरिक्त ताजे करेले का रस 2 तोला रोज पीने से इस रोग मे लाभ होता है|
17. सांप काटने पर( snake bites)-
नीम का बीज, काली मिर्च एवं लाल रंगवाला सेंधा नमक बराबर मात्रा मे पीसकर एक तोला भर लेकर शुद्ध गाय के घी के साथ लेने से सांप का विष निश्चित रूप से उतर जाता है|
सांप के काटने की पहचान-
यदि सांप के काटने का सक हो तो उसके पहचान हेतु काटे हुए स्थान पर नींबू का रस लगा दे|यदि वह स्थान काला( सावला) पड़ जाए तो यह समझ ले ली सांप ने काटा है, अन्यथा समझे की सांप ने नहीं काटा है|
18. बिच्छू काटने पर(Scorpion sting)-
- शुद्ध शहद के साथ लालमिर्च पीसकर डंक वाले स्थान पर लगाने से बिच्छू का विष उतर जाता है|
- डंक मारे गए स्थान पर खटाई और लहसुन पीसकर लगाने से लाभ होता है|
- जहा बिच्छू ने डंक मारा हो वह मिट्टी का तेल मलने से जहर उतर जाता है|
19. मस्तिष्क की कमजोरी(Weakness of the brain)-
महंदी का बीज अठन्नी भर पीसकर शुद्ध शहद के साथ रोज 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) सेवन करने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर हो जाती है|और स्मरण शक्ति ठीक होती है तथा सिर दर्द मे भी आराम हो जाता है|
20. अधकपारी का दर्द(half headache)-
3 रती कपूर तथा मलयागिरि चंदन को गुलाब जल के साथ घिसकर( गुलाब जल की मात्रा कुछ अधिक रहे) नाक के द्वारा खींचने से अधकपाली का दर्द अवश्य समाप्त हो जाता है|
21. खूनी दस्त(bloody loose motion)-
2 तोला जामुन की गुठली को ताजे पानी के साथ पीसकर छान कर , 4-5 दिन सुबह-शाम 1 ग्लास पीने से खूनी दस्त बंद हो जाता है|इसमे चीनी या कोई अन्य पदार्थ नहीं मिलाना चाहिए|
22. जुकाम(Cough)-
एक पाव गाय का दूध गर्म करके उसमे 12 दाना काली मिर्च एवं एक तोला मिश्री इन दोनों को पीसकर रात को सोते समय पीले| 5 दिन मे जुकाम बिल्कुल ठीक हो जाएगा|अथवा 1 तोला मिश्री एवं 8 दान काली मिर्च ताजे पानी के साथ पीसकर गरम करके चाय के तरह पिए|इससे जुकाम मे लाभ होगा|
23. मंदाग्नि(Weak digestion )-
अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े कर के नींबू के रस मे डालकर और नाममात्र का सेंधा नमक मिलाकर शीशे के बर्तन मे रख दे|5-7 टुकड़े भोजन के साथ नित्य सेवन करे|मंदाग्नि दूर हो जाएगी|
24. प्रसूत के लिए(Delivery)-
एक छँटाक नए कुसाक की जड़, चावल के धुले हुए 1 ग्लास पानी मे पीसकर कपड़े से छान ले| इस जल को सुबह, दोपहर और शाम को पिलाने से अवश्य लाभ होगा|
25. उदर-विकार(Stomach problem)-
अजवाइन ,काली मिर्च एवं सेंधा नमक इन तीनों को एक मे ही मिलाकर चूर्ण बना ले | ये तीनों बराबर-बराबर मात्रा मे होना चाहिए|इस चूर्ण को रोह नियमित रूप से रात को सोते समय गर्म जल के साथ सेवन करने से सभी प्रकार के पेट के रोग दूर हो जाते है|
26. मोटापा दूर करना(fat loose)-
एक नींबू का रस एक ग्लास जल मे मिलाकर रोज खाली पेट पीने से मोटापा दूर हो जाता है|ऐसा 3 month तक निरंतर करनी चाहिए|गर्मी और बरसात के दिनों मे ये प्रयोग विशेष लाभदायक होता है|
27. पागल कुत्ते के काटने पर-
- जहा पर पागल कुत्ते ने काटा हो , वहा 21 दिन तक आक(मदार) का दूध लगाते रहे, और घाव को भरने न दे|इससे कुत्ते का जहर जाता रहेगा|और कुछ दिनों मे घाव भी भर जाएगा|
- घाव के ऊपर कुकुरोंधा पीसकर लगाने से भी विष प्रभावहीन हो जाएगा|और घाव भी ठीक हो जाएगा|ऐसा 11 दिनों तक करना चाहिए|
- बाजरे का फूल एक मासा पीसकर गुड मे मिलाकर 7 दिनों तक लगातार, दिन मे 2 बार खाने से कुत्ते का जहर समाप्त हो जाता है|
- कैथ के 11 हरे पत्ते और 11 दाने काली मिर्च पीसकर छान ले, जो फोक बचे उसे घाव के स्थान पर लगाए|7 दिनों तक ऐसा करते रहने पर जहर का प्रभाव पूरी तरह समाप्त हो जाएगा और घाव भी ठीक हो जाएगा|
28. छिपकली के काटने पर-
काटी हुई जगह पर शुद्ध सरसों के तेल मे गोबर की कंडे की राख मिलाकर लगाने से छिपकली का विष पूर्ण रूप से प्रभाव हिन हो जाता है|
29. भूलने की बीमारी-
- 5 बादाम एवं 11 दाने काली मिर्च पीसकर नाममात्र चीनी मिलाकर आधा ग्लास जल एवं एक कप दूध के साथ रोग सुबह पीने से भील जाने की बीमारी दूर हो जाती है|
- बासी मुह सुबह, शाम का रखा हुआ तांबे के बर्तन मे पानी पीने से स्मरण शक्ति मे वृद्धि होती है|
30. बालों का बढ़ाना-
- नींबू के रस मे आंवला बारीक पीसकर बालों की जड़ों मे लगाने से बाल बहुत जल्दी बढ़ता है|
- बेर के पत्ते एवं सीताफल के बीज पानी के साथ बारीक पीसकर बालों की जड़ों मे लगाने से बाल शीघ्र बढ़ने लगते है|
ये थे आज के 30 home remedies जो आपके कार्य अवश्य आएंगे| thank you.