सोयाबीन: सम्पूर्ण संतुलित भोजन
सोयाबीन – सोयाबीन एक ऐसा पुष्टिकारक अन्न है, जिसमे प्रोटीन,वसा,श्वेतसार,खनिज,लवण,iron, विटामिन’बी’ आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा मे विधमान रहते है|इसमे […]
सोयाबीन – सोयाबीन एक ऐसा पुष्टिकारक अन्न है, जिसमे प्रोटीन,वसा,श्वेतसार,खनिज,लवण,iron, विटामिन’बी’ आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा मे विधमान रहते है|इसमे […]
पुनर्नवा(boerhavia diffusa)- पुनर्नवा(boerhavia diffusa), साटी या विषखपरा के नाम से विख्यात यह वनस्पति वर्षा-ऋतु मे बहुतायत से पाई जाती है|शरीर
मेथी(fenugreek)- आहार मे हरी सब्जियो का विशेष महत्व है| आधुनिक विज्ञान के मतानुसार हरे पत्ते वाली सब्जियों मे क्लोरोफिल नामक
बेल(बिल्ब) – बेल प्रायः धार्मिक स्थानों विशेष कर भगवान शंकर के उपासना- स्थलों पर लगाने की भारत मे एक प्राचीन
नीम- नीम एक बहुत उपयोगी वृक्ष है| इसकी जड़ से लेकर फूल-पत्ती और फलतक सभी अवयव औषधीय गुणों से भरे-पूरे
कदम्ब पुष्प- सुगंधित पुष्पों मे कदम्ब का बड़ा महत्व है| इसका पुष्प भगवान श्री कृष्ण को बहुत प्रिय है|कदम्ब एक
कनेर(कनैल)- भारतवर्ष की पुष्पवाटिकाओ मे अक्सर बोया जाने वाला पौधा कनेर है|पूजा मे आने के कारण भारत मे कनेर का
कमल (lotus)- कमल (lotus) पानी मे पैदा होनेवाली वनस्पति है|यह अत्यंत नाजुक होता है| इसका प्रकांड लता की तरह फैलने
कपास,रुई के द्वारा अनेक रोगों के उपचार- भारत मे कपास की खेती बहुत बड़े पैमाने पर होती है|इसके पौधे 3-4
फूलों के रस से तैयार किया गया लेप बाह्य रूप से त्वचा पर लगाने से उसकी सुगंध हृदय तथा नासिका