ये कुछ important home remedies बताए गए है-
- यदि आँखों के नीचे काले धब्बे या झुर्रियाँ पड़ जाय तो –
- आँखों के आस-पास ताजी मलाई लगाए तथा हल्के-हल्के मले|
- शुद्ध शहद तथा नींबू का रस मिलाकर मले तो झुर्रियाँ दूर हो जाती है|
- लहसुन को देशी घी मे भूनकर खाए|
- काली मिर्च, गुड़ मिलाकर साथ-साथ खाए|
2. कुलथी कर दाल को उबालकर उसका पानी पीने से पथरी का रोग नहीं रहता| दाल को खाने के प्रयोग मे लाए| सप्ताह मे एक दिन इस दाल का प्रयोग करते रहने से पथरी होने का डर नहीं रहता है|
3. यदि नाक से खून गिरता है तो, तुलसी का रस नाक मे डालने से नकसीर(नाक से खून आना) बंद हो जाती है| आंवला बारीक पीसकर बकरी के दूध मे मिलाकर सिर पर लेप करना चाहिए| मीठी लस्सी पिए|तरबूज का प्रयोग भी लाभप्रद है| कतीरा गोंद जो पंसारी के दुकान मे मिल जाता है, रात मे भिंगो कर सुबह ठंडे पानी या दूध मे चीनी मिलाकर प्रयोग करे|इससे नकसीर का रोग दूर हो जाता है| ये home remedies अवश्य लाभ करेगा|
4. पीसी हुई हल्दी गर्म दूध मे मिलाकर सेवन करने से चोट, दर्द, बुखार, घाव तथा सर्दी मे लाभ होता है| घाव और चोट वाले स्थान पर सरसों के तेल मे हल्दी मिलाकर लेप करने या पट्टी बांधने देने से घाव ठीक हो जाता है| ये home remedies अवश्य लाभ देगा|
5. सुबह मूली का प्रयोग हितकर है| दिन मे खाने से पाचनशक्ति बढ़ती है| तथा रात को खाने से नुकसानदेह तथा जोड़ों मे दर्द उत्पन्न होती है|मूली के साथ जो छोटे-छोटे पत्ते लगे रहते है वो भी खाना चाहिए| ये मूली को पचाने मे सहायक होते है|
6. यदि त्वचा मे खुश्की (Dryness )हो तो नींबू के रस और ग्लिसिरिन मिलाकर शरीर पर लगाए| सरसों के तेल तथा मिलाकर लगाने से भी त्वचा की खुश्की दूर हो जाती है|सिर पर लगाने से भी फायदा होता है| कुछ समय बाद सिर को साबुन को धो डाले| इससे बालों का गिरना तथा पकना बंद होकर बालों मे निखार तथा चमकीलापन आ जाता है|
7. यदि किसी के शरीर मे आग लग जाए तो उसे तुरंत किसी कंबल या मोठे सूती कपड़े से लपेट दे अथवा भूमिपर लेटकर लुढ़काना चाहिए| पानी डालने से फफोले तो अवश्य पड़ जाते है| पर घाव आदि गहरा नहीं हो पाता| कंबल आदि डालने से फफोले तो कम पड़ते है पर घाव की गहराई बढ़ जाती है| लोट -पोट कर दे| कमरों के दरवाजे, खिड़किया तथा रोशनदान आदि खोल देने चाहिए|
8. ब्लडप्रेशर-
शिलाजीत और सरपगंधा का घनसत्व दोनों बराबर मात्रा मे लेकर खूब घोंटकर (मिलाकर)गोलियां बना ले| दिन मे तीन बार दूध के साथ एक एक गोली खाए|
9. कील-मुहासों के लिए–
नींबू का , बादाम का तेल और ग्लिसरीन- तीनों संभाग लेकर शीशी मे भरकर अच्छे से मिलाए और प्रतिदिन सुबह-शाम मुखपर मले| इसके निरंतर प्रयोग से कील,मुहाँसे और झाइयाँ दूर हो जाती है| ये home remedies बहुत कारगर है|
10. बालों का झड़ना-
कनेर की जड़ की छाल और लौकी 10-10 gm प्रत्येक दूध मे पीसकर सिरपर लेप करे|
11. बिवाइयों का दर्द–
10-10 gm राल और घी, 3 gm मोल ले| घी गर्म कर मोम मिला ले| जब दोनों एकसार हो जाय तो राल मिला दे| रात्री मे पैर धोकर बिवाइयों मे इसे भर ले| कुछ दिन मे बिवाइया ठीक हो जाएगी|
12. आँख दुखने पर–
5 gm फिटकरी, 200 gm अर्क गुलाब, फिटकरी को पीसकर अर्क गुलाब मे मिलाकर शीशी मे भर ले| दिन मे कई बार 2-3 बुँदे आँखों मे डालते रहे|
13. ओठ फटने पर-
सेंधा नमक और घी मिलाकर दिन मे कई बार लगाने से ओठ फटना बंद हो जायगा और कीड़े भी नष्ट हो जाएगा|
14. काली खाँसी–
काली खाँसी बच्चों को बहुधा होती है| भुनी हुई फिटकरी और चीनी 1-1 रति लेकर शहद मे घोलकर दिन मे 2 बार चटाने से लाभ होता है|
15. भुनी लौंग को पीसकर शहद मे मिलाकर चाटने से कुकुरखाँसी ठीक हो जाती है|
16. कब्ज-
सब्जी से अधिक मेथी खाने से या मेथी के पत्तों की सब्जी खाने से कब्ज से छुटकारा मिल जाता है| 5-6 gm सौंफ का चूर्ण रात्री मे शयन काल मे गर्म जल अथवा दूध से कुछ दिनों तक कुछ दिनों तक सेवन करने से कब्ज दूर हो जाता है|
17. दांत निकलना-
बच्चों के दांत निकलते समय उनके मसूड़ों पर आंवले का रस मलने से दांत सुगमता से निकल आता है| गाय के दूध मे सौंफ उबालकर और छान कर बोतल मे रख ले| बच्चे को दिन मे 4-5 बार 1-1 चम्मच पिलाने से दांत सरलता से निकल आते है|
18. कृमिरोग-
- 2 लाल टमाटर ले| काली मिर्च, काला नमक, कलमी शोरा बारीक पीसकर कटे टमाटर पर छिड़क दे| रोग सबेरे बासी मुह 6 दिनतक खाए| पेट के कीड़े मरकर बाहर निकल आएंगे| 8 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों को आधा टमाटर ही दे|ये home remedies अवश्य ट्राइ करे|
- नीम के पत्तों का रस मधू के साथ पीने से पेट के कीड़ों का नाश होता है|
- अजवायन का तेल 3-7 बूँद तक विषूचि का तथा पेट के कीड़ों का नाश होता है|
- पलाश के बीजों का काढ़ा, चूर्ण या उन्हे पानी मे पीसकर गोली बना ले| सुबह 1-3 माशा गुड़ के साथ सेवन करे|एक सप्ताह के अंदर सारे कीड़े नष्ट हो जाएंगे|
- एक बड़े आकार की गाजर अथवा 2 समान्य गाजर का रस एक हफ्ते तक पीने से सभी प्रकार के पेट के कीड़े मरकर बाहर निकल जाएंगे| इस दौरान मीठे एवं गर्म खाद पदार्थों के सेवन से परहेज रखे| पेट के कृमि तथा नाशा कृमि मे इसका नस्य प्रयोग करे|
- अश्वगंधा मूल के चूर्ण की गोली बनाकर रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ खाने से कृमि रोग से छुटकारा पाया जा सकता है| ये home remedies अवश्य लाभ देगा|
- वयविडंग का चूर्ण 2 gm शहद के साथ दिन मे 3-4 बार खाने से कृमि रोग दूर होता है|
19. मट्ठे के साथ गिलोय पीसकर पीने से बवासीर मे लाभ होता है|
20. भोजन के बाद सौंफ और मिश्री खाने से पाचन शक्ति और नेत्र ज्योति बढ़ती है|
21. मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर बनती है|
22. गाजर का रस , टमाटर का रस , संतरे का रस तथा चुकूँदर का रस मिलाकर पीने से कुछ महीनों मे चेहरे की झाइया और दाग दूर हो जाते है|
23. सदा निरोग रहने के लिए रोज रात को सोते समय 1 या 2 हर्रे पानी के साथ निगले| इससे कब्ज तथा पेट के अन्य रोग नहीं होंगे|
24. अगर इंफ्लुएंजा है तो रोगी को 1 चम्मच प्याज का रस और 2 चम्मच शहद मिलाकर दिन मे 3 बार देने से आराम मिलेगा|
25. अगर उबकाई आती है तो हिंग को घी मे भूनकर अजवायन, बीजरहित मुनक्का , काला नमक तथा काली मिर्च कूट-पीसकर 2 gm की मात्रा मे फांक कर ताजा पानी पिए|
ये थे कुछ home remedies.