मोटापा क्या है?
→मोटापा एक प्रकार का रोग है,इसके होने के दो कारण है, पहला- आनुवंशिक अथात् वंशगत| जिनके माता – पिता मोटे होते है उनके शन्तान प्रायः मोटे होते है| दूसरा- भूख से अधिक खाना, शारीरिक मेहनत नहीं करना,जो लोग खाना कहा कर पड़े रहते है उन्हे मोटापा आ जाता है| साधारणतः मोटापा की यह पहचान है की, जितना इंच शरीर की ऊचाई हो उतना ही किलो वजन होन ठीक है|इससे अधिक होने पर ‘मोटा’ तथा इससे कम होने पर ‘पतला’ कहा जाएगा|
1. मोटापा दूर करने या इससे बचने के दो मुख्य उपाय है-
1. भोजन मे सुधार और 2. प्रतिदिन शारीरिक श्रम|जिन पढ़ार्थों मे कार्बोहाइड्रेट अधिक हो उनका सेवन न करे, तेल ,घी, (oily) चीजे कम से कम खाए या न खाए,आलू ,सकरकंद, और चीनी से बनी चीजे न खाए| दिनचर्या इस प्रकार बनाए-सुबह जल्दी उठे और एक ग्लास गुनगुने गर्म पानी मे कागजी नींबू निचोड़ कर उसमे 2 spoon शुद्ध शहद(honey) मिलाकर पी जाए तथा कुछ समय टहले ,
फिर शौच के लिए जाए, इसके बाद दातौन ,मंजन करने के बाद टहलने के लिए निकाल जाए ओर नित्य 3/4 km अवश्य टहले, हल्के exercise से भी शुरुआत करे|नाश्ते मे रसदार फल या मक्खन निकला हुआ मट्ठा ले|दोपहर मे जौके आटे के 1या 2 रोटी उबली सब्जी, कच्चा सलाद और सूप ले|तीसरे पहर फलों का जूस ले|
रात के भोजन मे हरी उबली सब्जी और 1 या 2 जौ की आटे की रोटी खाए|भोजन के तुरंत बाद पनि न पिए,मोटापा कम करने के लिए भोजन मे रोटी कम खाए और सब्जिया, कच्चा सलाद और सूप अधिक ले,दिन मे न सोये|[क्रोध, चिंता और शोक ये स्वास्थ और सोंदार्य का नाश करते है,अतः इनसे बचे]
मोटे होने का कारण (Obesity Causes)-
अधिक वजन (Over Weight) वाले व्यक्तियों के शरीर में अत्यधिक मात्रा में चर्बी (Toxins) जमा हो जाती है। यह शरीर में धीरे-धीरे गलत दिनचर्या, प्रदूषण और अपच के कारण होती रहती है। वजन दो कारणों से बढ़ता है, जो ये है-
* अस्वस्थ खान-पान
* शारीरिक गतिशीलता में कमी
मोटे होने का लक्षण (Obesity Symptoms)-
किसी व्यक्ति का उचित वजन कितना होना चाहिए, यह बी.एम.आई. पर निर्भर करता है। बी.एम.आई. दो बातों पर निर्भर करती है
1. कद
2. वजन
आप बीएमआई से अपने वजन की जांच कर सकते हैं। बी.एम.आई. का यह फार्मूला होता है-वजन (कि.ग्रा. में)/ कद(मीटर में) 2
* अगर आपकी बीएमआई 18.5 से कम है तो आप अंडरवेट माने जाएंगे।
* अगर आपकी बीएमआई 18.5 से 24.9 के बीच है तो आपका वजन सामान्य माना जाएगा।
* इसी तरह 25 से 029.9 तक की बी.एम.आई. होने पर ओवरवेट माना जाता है।
* 30 से ज्यादा की बी.एम.आई. होने पर ओबीज या मोटापा कहलाता है।
* गर्भावस्था के दौरान बी. एम.आई. की सीमा लागू नहीं होती है।
* बी.एम.आई. आयु व लिंग पर निर्भर नहीं करता है|
वजन कम करने (मोटापा घटाने) के लिए घरेलू नुस्खे (Home Remedies for Obesity (Weight loss) in Hindi)-
आप मोटापा कम करने के लिए ये घरेलू उपाय आजमा सकते हैं-
मोटापा कम करने के लिए दालचीनी का सेवन (Dalchini: Home Remedy for Obesity in Hindi)-
लगभग 200 मि.ली. पानी में 3-6 ग्राम दालचीनी पाउडर डालकर 15 मिनट तक उबालें। गुनगुना होने पर छानकर इसमें एक चम्मच शहद मिला लें। सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले पिएँ। दालचीनी एक शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल है, जो नुकसानदायक बैक्टीरिया से छुटकारा दिलाने में मदद करती है|
वजन कम करने के लिए करें अदरक और शहद का प्रयोग (Adrak and Sahad: Home Remedies to Treat Overweight Problem in Hindi)-
लगभग 30 मि.ली. अदरक के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर पिएँ। अदरक और शहद शरीर की चयापचय क्रिया को बढ़ाकर अतिरिक्त वसा को जलाने का काम करते हैं। अदरक अधिक भूख लगने की समस्या को भी दूर करता है, तथा पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। इस योग को सुबह खाली पेट तथा रात को सोने से पहले लेना (Motapa kam karne ke liye gharelu upchar) चाहिए।
मोटापा कम करने के लिए अश्वगन्धा का प्रयोग (Ashwagandha: Home Remedies for Overweight Problem in Hindi)-
अश्वगन्धा के दो पत्ते लेकर पेस्ट बना लें। सुबह खाली पेट इसे गरम पानी के साथ पिएँ। अश्वगन्धा तनाव के कारण बढ़ने वाले मोटापे में मदद करता है। अत्यधिक तनाव की अवस्था में कोर्सिटोल (Cortisol) नामक हार्मोन अधिक मात्रा में बनता है। इसके कारण भूख अधिक लगती है। शोध के अनुसार, अश्वगन्धा शरीर में कोर्सिटोल (Cortisol) के लेवल को कम करता है।